वडोदरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लेप्रोसी मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में रेलवे परियोजनाओं सहित 21,000 करोड़ रुपये के कई विकास कार्यो की नींव रखी और कुछ का उद्घाटन किया। मंच पर पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने खुली जीप में कार्यक्रम स्थल का भ्रमण किया और वहां मौजूद विशाल जनसमूह का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले, शनिवार सुबह गांधीनगर के पास अपने आवास पर जाकर अपनी मां हीराबेन से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। मोदी सुबह करीब साढ़े छह बजे गांधीनगर के बाहरी इलाके रायसन गांव पहुंचे और वहां करीब आधा घंटा बिताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा कार्यक्रम में कहा, “आज मेरे लिए ‘मातृवंदना’ का दिन है और मुझे यहां 21,000 करोड़ रुपये के विकास कार्यो का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है। ये परियोजनाएं गुजरात के साथ-साथ भारत के विकास को गति देंगी। इतना बड़ा निवेश और बेहतर कनेक्टिविटी से गुजरात में औद्योगिक विकास में तेजी आएगी और साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर खुलेंगे।मोदी ने यह भी कहा कि वडोदरा ने उनका पालन-पोषण उसी तरह किया है, जैसे एक मां अपने बच्चे की देखभाल करती है।
प्रधानमंत्री ने तब राष्ट्र को समर्पित किया और 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का 357 किलोमीटर न्यू पालनपुर-मदार खंड, 166 किलोमीटर अहमदाबाद-बोटाड खंड का आमान परिवर्तन और 81 किलोमीटर पालनपुर-मीठा खंड का विद्युतीकरण भी शामिल है।
मोदी ने सूरत, उधना, सोमनाथ और साबरमती रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ-साथ रेलवे क्षेत्र में अन्य पहलों की आधारशिला भी रखी. इन परियोजनाओं से लॉजिस्टिक लागत कम करने में मदद मिलेगी और इस क्षेत्र में उद्योग और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। वे क्षेत्र में कनेक्टिविटी में भी सुधार करेंगे और यात्री सुविधाओं को बढ़ाएंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 1.38 लाख घर प्रधानमंत्री द्वारा समर्पित किए जाएंगे, जिसमें शहरी क्षेत्रों में लगभग 1,800 करोड़ रुपये के घर और ग्रामीण क्षेत्रों में 1,530 करोड़ रुपये से अधिक के घर शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने खेड़ा, आनंद, वडोदरा, छोटा उदयपुर और पंचमहल में 680 करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न विकास कार्यो की आधारशिला रखी, जिनका उद्देश्य क्षेत्र में जीवन को आसान बनाना है।
प्रधानमंत्री ने दभोई तालुका के कुंडेला गांव में गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी। वडोदरा से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित विश्वविद्यालय का निर्माण लगभग 425 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा और यह 2,500 से अधिक छात्रों की उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूरा करेगा।
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार पर ध्यान देने के साथ प्रधानमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना’ शुरू की, जिसमें 800 करोड़ रुपये का परिव्यय होगा। योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों से गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को हर माह 2 किलो चना, 1 किलो अरहर की दाल और 1 किलो खाद्य तेल मुफ्त दिया जाएगा।
मोदी ने ‘पोषण सुधा योजना’ की ओर लगभग 120 करोड़ रुपये भी बांटे, जिसे अब राज्य के सभी आदिवासी लाभार्थियों तक पहुंचाया जा रहा है। यह कदम आदिवासी जिलों की गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को आयरन और कैल्शियम की गोलियां और पोषण पर शिक्षा प्रदान करने के प्रयोग की सफलता के बाद उठाया गया है।