कलाकारों ने दी शक्तिशाली प्रस्तुति
आर बी लाल
टेलीग्राम संवाद, बरेली। एसआरएमएस रिद्धिमा प्रेक्षागृह में रविवार शाम भरतनाट्यम नृत्य नाटिका पार्वती पुनर्जन्म मंचन हुआ। भरतनाट्यम गुरु रोबिन और तनय भट्टाचार्य ने इस नृत्य नाटिका में महादेव और पार्वती भूमिका निभाई जबकि उनके शिष्यों अदित्रि और मायरा (दोनों बाल अवस्था), सान्वी (युवावस्था), भाव्या (कामदेव), आद्या (रति), चिरांग्य, तनिशि, सताक्षी, पार्या, बंदनी और संस्कृति (सभी शक्ति गण), सूर्य प्रकाश (नारद), मनेश यादव (ब्रह्मा), इशान रस्तोगी (विष्णु), मनोज शर्मा (महाराज), सोनालिका सक्सेना (महारानी) ने अपनी अपनी भूमिका में नृत्य नाटिका में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
नृत्य नाटिका आरंभ शिव पार्वती नृत्य और नारद संवाद से हुआ। अगले दृष्य में महाराजा दक्ष का यक्ष और उसमें सती के आत्मदाह का मंचन हुआ। अगले दृष्य में मंच पर पार्वती का प्रवेश हुआ। पार्वती से नारद का संवाद, पार्वती का ध्यान, कामदेव का प्रवेश और उनका विनाश, पार्वती और उनकी माता के बीच संवाद, नारद का ब्रह्मा और विष्णु से संवाद, पार्वती के विवाह की तैयारी और शिव से उनके विवाह के मंचन हुआ। नृत्य नाटिका में इंस्ट्रूमेंटल गुरु उमेश मिश्रा (सारंगी), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), सुमन बिस्वास (मृदंगम), सूरज पांडेय (बांसुरी), अमर नाथ (तबला), अनुग्रह सिंह (कीबोर्ड) ने भी अपने वाद्ययंत्रों के साथ संगत दी। गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे और प्रियंका ग्वाल ने अपने स्वरों से उपस्थिति दर्ज कराई। थिएटर गुरु विनायक श्रीवास्तव ने महादेव और ब्रह्मा के लिए, सोनालिका सक्सेना ने सती और पार्वती के लिए, संजय सक्सेना ने विष्णु के लिए, सूरज पांडेय ने पंडित के लिए अपनी आवाज दी।
इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति, आशा मूर्ति, उषा गुप्ता, डा. रजनी अग्रवाल, डा. एमएस बुटोला, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा. अनुज कुमार, डा. रीता शर्मा आदि दर्शक मौजूद रहे।