बरेली, टेलीग्राम हिंदी। कैंट के लखौरा में एक झोलाछाप डॉक्टर ने दिव्यांग को ठीक कर चलने फिरने की गारंटी लेकर उसके पैर खींचे और इंजेक्शन लगाया। जिससे किशोर बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई।
कैंट थाना क्षेत्र के लखौरा निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि उनके 14 वर्षीय बेटा कृष्णा दिव्यांग था। वह चल नहीं पाता था। गांव के झोलाछाप डॉक्टर सनजीत निवासी कटरा खुदागंज, शाहजहांपुर उनके पास आया। उसने बोला कि तीन महीने के इलाज में उनका बेटा कृष्णा पूरी तरह ठीक हो जाएगा। वह चलने फिरने लगेगा। उसने 23 मई को 1700 लेकर उपचार शुरू कर दिया। दिव्यांग के पैर खींचे और एक इंजेक्शन लगाया। इसके बाद दिव्यांग बेहोश हो गया। यह देख झोलाछाप डॉक्टर बहाने बनाकर भाग गया। ओमप्रकाश अपने पुत्र को लेकर चनेहटा के डॉक्टर लक्ष्मी के पास ले गए। यहां डॉक्टर ने किशोर को मृत घोषित कर दिया।
झोलाछाप डॉक्टर ने ओमप्रकाश से कृष्णा के इलाज के लिए हर पांच दिन में एक इंजेक्शन लगवाने की बात कही। पहला इंजेक्शन 1700, दूसरा 2200 और इस तरह से तीन माह तक हर पांचवे दिन एक इंजेक्शन लगवाने की फीस भी बताई।
ओमप्रकाश ने सनजीत पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लापरवाही से उनके बेटे की मौत हो गई। कैंट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।