- पेट्रोलियम व प्राकृतिक मंत्रालय ने जारी किया नियुक्ति पत्र, कार्यभार संभाला
- 15 माह से खाली था महत्वपूर्ण पद
आर. बी. लाल
टेलीग्राम संवाद, नई दिल्ली। देश में सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी) में अरविंदर सिंह साहनी नए चेयरमैन होंगे। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 13 नवंबर बुधवार सुबह उनका नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है। वे 5 वर्ष तक इस पद पर बने रहेंगे। नए अध्यक्ष अरविंदर सिंह साहनी ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है।
कैबिनेट नियुक्ति समिति (एसीसी) ने अरविंदर सिंह साहनी को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में (आईओसीएल) चेयरमैन चुन लिया है। वे आईओसी में कार्यकारी निदेशक (पेट्रोकेमिकल्स) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में नामित निदेशक (योजना व व्यवसाय विकास) पद पर कार्यरत थे। शीर्ष पद पर उनकी नियुक्ति हेतु इस पद पर कई वरिष्ठ दावेदारी कर रहे थे। बताया जाता है अरविंदर सिंह साहनी के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और कीचड़ उछालने वाला अभियान चलाया गया था, क्योंकि उनके कुछ प्रतिद्वंद्वी पीएमओ और पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय को छद्म शिकायतें भेजकर उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए अमूर्त तरीकों का इस्तेमाल कर रहे थे।जिनकी अधिकारियों द्वारा गहन जांच की गई और पाया गया कि वे निराधार हैं।
15 माह से खाली था अध्यक्ष पद
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन सबसे बड़ा सार्वजनिक उद्यम क्षेत्र है। बताया जाता है कि आइओसी में अध्यक्ष पद पिछले 15 माह से खाली था। कंपनी को अब 15 महीने बाद अपना पूर्णकालिक प्रमुख मिल गया है। शुरुआत में 60 वर्ष सेवानिवृत्ति आयु प्राप्त करने के बाद भी एसएम वैद्य का कार्यकाल सभी प्राथमिकताओं के विरुद्ध 12 महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। बाद में निदेशक (विपणन) वी. सतीश कुमार को 3 महीने के लिए अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। भारतीय तेल निगम लिमिटेड अपने इतिहास में सबसे खराब तिमाही परिणामों के कारण अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रहा है। जिसमें एलपीजी अंडर रिकवरी का भुगतान न करना, इन्वेंट्री हानि, एमएस और डीजल में मूल्य वृद्धि नहीं करना और कम रिफाइनिंग मार्जिन शामिल हैं।
नियुक्ति पर चर्चा
आईओसी वरिष्ठ अधिकारी वर्ग सूत्र ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया अध्यक्ष पद पर कई कार्य कुशल व योग्य अधिकारी दावेदार थे। लेकिन सरदार अरविंदर सिंह ने अपनी पहुंच का एहसास करा दिया।